Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana - An Overview

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डर हमारे अंदर मौजूद एक अवरोधक गुण (कारक) है जो हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचने या वह करने से रोकता हैं जो हम करना चाहते हैं। डर (भय) हमें मार्ग से भटकाने और बहाने बनाने के लिए मजबूर करता है। यह सीखना की डर को कैसे दूर करें, स्वयं को मानसिक रूप से स्वतंत्र करने का अहम कदम है

आपको खुद पर इतना भरोसा होना चाहिए की आप किसी भी समस्या से निपटने में काबिल हैं. आप कमजोर नहीं हैं, डर आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता.

तो इसके लिए हमें अपने आपमें कुछ बदलाव करने होंगे. हमारे रहन सहन और दिनचर्या और आदतों पर पर ध्यान देना होगा और कुछ नए फैसले लेने होंगे.

बच्चे एवं किशोर बच्चे एवं किशोर – परिचय

एक कागज पर उस डर को लिखिए जो आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।

इन आसान टिप्स की मदद से आप अपने डिप्रेशन को दे सकते हैं मात। चित्र : अडॉबीस्टॉक

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डर को खत्म करना बिल्कुल किसी प्रॉब्लम का हल निकालने के जैसा है, जहां पहले गलतियों को ढूंढना होता हैं तभी आप समस्या को हल कर पाने में सक्षम हो पाते है।

तो डर को दूर भगाने के लिए आपको खुद पर भरोसा करना ही होगा, हिम्मत करनी ही होगी. देखना एक बार आपका डर खुल गया तो आप पूरी तरह से निडर होकर जियेंगे.

उससे ऐसे बात कीजिए जैसे वह एक व्यक्ति हो।

“मैं हर परिस्थिति में शांत और आत्म-विश्वासी हूँ।”

आप अपने आप को जैसा चाहे वैसा बनाकर जी सकते हैं. आप चाहें तो हमेशा डरे डरे रहकर जीवन जी सकते हो, या फिर बिलकुल निडर होकर बिना किसी चीज़ से डरे.

एक बात समझ लीजिये की ज़िन्दगी भगवान् ने दी है तो सबका भविष्य भी उन्ही का तय किया हुआ है.

थोड़ा समय ले, क्योंकी जब आप भय और चिंताओं के विचार में click here फंसे होते हैं तो सोचने – विचारने की शक्ति चली जाती हैं।

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